tag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post7944950332280599986..comments2024-03-20T11:47:25.959+05:30Comments on सबद: व्योमेश शुक्ल की नई कविताUnknownnoreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-45632905461016281712009-07-25T02:25:40.532+05:302009-07-25T02:25:40.532+05:30व्योमेश को पहली बार ज्ञानरंजन जी की "पहल"...व्योमेश को पहली बार ज्ञानरंजन जी की "पहल" में पढ़ा था। जिसमें विष्णु खरे तथा असद जैदी की नई पुस्तक प्रकाशन पर व्योमेश ने उन पुस्तकों की समीक्षा की थी। व्योमेश जितने गहरे कविता में हैं उतने ही अधिक गहरे लेख तथा समीक्षा में भी हैं, विष्णु खरे की पुस्तक पाठांतर तथा असद जैदी पर की पुस्तकों पर की गई लगभग २० पन्नों की समीक्षा एक दस्तावेज है, व्योमेश के मुताल्लिक़ में ने ज्ञानरंजन जी से एक बार पूछा था, उनका जवाब था कि व्योमेश विशिष्ट प्रतिभा का स्वामी है और लेखन,तथा अच्छा वक्ता होने के साथ साथ ये एक अच्छा इंसान भी है। व्योमेश की ये मेरी सबसे पसंदीदा कविता है, पोस्ट करने पर आपका बहुत बहुत धन्यवाद। <br /><br />Nishant kaushikताहम...https://www.blogger.com/profile/12469048298677439075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-61492833902901247702009-02-11T22:21:00.000+05:302009-02-11T22:21:00.000+05:30अनुराग ! आपने व्योमेश की एक अच्छी, समर्थ और महत्वप...अनुराग ! <BR/><BR/>आपने व्योमेश की एक अच्छी, समर्थ और महत्वपूर्ण कविता छापी। आपकी मुक्तिबोध और रघुवीर सहाय वाली टिप्पणी के बारे में यह जरूर कहना चाहूंगा कि अब मैं व्योमेश के लेखन से नजदीकियां बढ़ाने पर ध्यान दूंगा।शिरीष कुमार मौर्यhttps://www.blogger.com/profile/05256525732884716039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-62770450252218421392009-02-10T17:03:00.000+05:302009-02-10T17:03:00.000+05:30अच्छी कहन...उम्दा शिल्प!अच्छी कहन...उम्दा शिल्प!विजयशंकर चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12281664813118337201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-87222609429497454202009-02-09T19:27:00.000+05:302009-02-09T19:27:00.000+05:30कविता बहुत अच्छी है. मै कोई मुकद्दमा नहीं कर रहा ह...कविता बहुत अच्छी है. मै कोई मुकद्दमा नहीं कर रहा हूँ. <BR/>Thank U RatneshRatneshhttps://www.blogger.com/profile/17061171991489206144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-86096760976008293942009-02-09T15:18:00.000+05:302009-02-09T15:18:00.000+05:30अच्छी कविता है व्योमेश की.अच्छी कविता है व्योमेश की.Geet Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-14845232178176576542009-02-08T13:39:00.000+05:302009-02-08T13:39:00.000+05:30इस कवि की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है ...क्या पिर...इस कवि की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है ...क्या पिरोया है भावों को ....मान गयेअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com