tag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post7211426764405895948..comments2024-03-20T11:47:25.959+05:30Comments on सबद: ज़बां उर्दू : ३ : ग़ालिब : पूरा ख़त और आधी ग़ज़लUnknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-65027135107252354662011-05-22T11:43:16.529+05:302011-05-22T11:43:16.529+05:30मिर्जा गालिब की जिंदगी को देखूँ तो आह निकलती है और...मिर्जा गालिब की जिंदगी को देखूँ तो आह निकलती है और उनके दिवान ए गालिब को पढूँ तो वाह निकलती है।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-22986973873789246012009-04-15T10:30:00.000+05:302009-04-15T10:30:00.000+05:30रखियो ग़ालिब मुझे इस तल्ख़ नवाई में मुआफ़
आज कुछ दर्...रखियो ग़ालिब मुझे इस तल्ख़ नवाई में मुआफ़<br />आज कुछ दर्द मेरे दिल में सिवा होता हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7056011166391074188.post-87689606364846175842009-02-18T19:29:00.000+05:302009-02-18T19:29:00.000+05:30वाकई काबिलेतारीफ काम कर रहे हैं। ग़ालिब का ख़त पढ़ा...वाकई काबिलेतारीफ काम कर रहे हैं। ग़ालिब का ख़त पढ़ा अभी। अच्छा लगा।आशीष "अंशुमाली"https://www.blogger.com/profile/07525720814604262467noreply@blogger.com